किधर है कहां है जो अब है यहां है
कहते हैं जाम - ए - अब में जिगर है जहां है
जाम होटों को छूले तो फ़िर यां है न वां है
आस मांगे ना फ़िर कोइ आस्मां है
आस्मानों की दिल-ख्वाह मैकशी बे-पायां है
पास जाकर जो देखा साकी खुद में रवां है
छश्म - ए - चौखट से देखा तो धुआँ ही धुआँ है
कोह - ए - आतिश से देखा दुनिया अब्र - ए - रुआं है
वो कौन उसे काटे खुद जो कातिल नुमा है
किस एक पल में डुबाऊं वक़्त रैनी कुआं है