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Mai Farosh - Savera Lyrics



Mai Farosh - Savera Lyrics




सवेरा सवेरा सवेरा
सवेरा सवेरा सवेरा
ये जहाँ है बुज़दिल अन्धेरा
अन्धेरा है फ़िर है सवेरा

परिन्दों के खातिर जो खुद से लड़ा है
परिन्दों के गिरीबां पे आ जो पड़ा है
वो निशान कातिल है मेरा

वो गुल जो गुलिस्तां में आखिर खुला हैै
धुंदलके की मौजों का जैसे धुला है
मेरा तन - ओ - दिल - ओ - बसेरा
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सवेरा सवेरा सवेरा
सवेरा सवेरा सवेरा
ये जहाँ है बुज़दिल अन्धेरा
अन्धेरा है फ़िर है सवेरा

परिन्दों के खातिर जो खुद से लड़ा है
परिन्दों के गिरीबां पे आ जो पड़ा है
वो निशान कातिल है मेरा

वो गुल जो गुलिस्तां में आखिर खुला हैै
धुंदलके की मौजों का जैसे धुला है
मेरा तन - ओ - दिल - ओ - बसेरा
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Writer: Madhav Agarwal
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid

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Mai Farosh - Savera Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mai Farosh
Language: English
Length: 2:53
Written by: Madhav Agarwal

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