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Mai Farosh - Khwaab Lyrics



Mai Farosh - Khwaab Lyrics




ख्वाब है जैसे गीली मिट्टी का पत्थर
दिल से जां में मू-बमू मक़बूल हो जाता है

दर पे आए आने दो, नुख़्तचीं मुखालिफ़
राज़-ए-ख़ास बनाया है उसको हमने ख्वाब में

मिट्टी है राज़-ए-रूह, धुल के लहू हो जाता है
गवाह-ए-आस बनाया है उसको हमने ख्वाब में
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ख्वाब है जैसे गीली मिट्टी का पत्थर
दिल से जां में मू-बमू मक़बूल हो जाता है

दर पे आए आने दो, नुख़्तचीं मुखालिफ़
राज़-ए-ख़ास बनाया है उसको हमने ख्वाब में

मिट्टी है राज़-ए-रूह, धुल के लहू हो जाता है
गवाह-ए-आस बनाया है उसको हमने ख्वाब में
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Writer: Madhav Agarwal
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid

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Mai Farosh - Khwaab Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Mai Farosh
Language: English
Length: 5:45
Written by: Madhav Agarwal

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