तुम्हें मंदिर में ढूँढुगा तुम्हें मंदिर में ढूँढुगा
पूनम को आनेदो
तुम्हें मंदिर में ढूँढुगापूनम को आनेदो
भक्तों की होगी क़तारे पूजन की होगी बहारे
नाचेंगे मोर अंगना में चहकेगी कोयल की आवाजे
सरगम सजाऊँगा भजन सुनाऊँगा
तुझको रिझाऊँगा कब ॥१॥
पूनम को आनेदोपूनम को आनेदो
तुम्हें मंदिर में ढूँढुगापूनम को आनेदो
जब जब गुजेंगे तराने बाबा समझना हम आये
चलेंगे ना कोई बहाने हम भी है सदियो से दीवाने
आसन लगाऊँगा तुझको बिठाऊँगा
तेरा दर्शन पाऊँगा कब॥२॥
पूनम को आनेदोपूनम को आनेदो
तुम्हें मंदिर में ढूँढुगापूनम को आनेदो
पूनम का दिन है सुहाना बाबा का जग है दीवाना
भजनों में डूबा जमाना भक्ति का लूटे ख़ज़ाना
नैनों में सजा लूँगा तुम्हें दिलमे बसा लूँगा
पहचान बना लूँगाकब॥३॥
पूनम को आनेदोपूनम को आनेदो
तुम्हें मंदिर में ढूँढुगापूनम को आनेदो
तुम्हें मंदिर में ढूँढुगा तुम्हें मंदिर में ढूँढुगा
पूनम को आनेदो
तुम्हें मंदिर में ढूँढुगापूनम को आनेदो