ये फसले ये दूरिया कैसी हैं ये मजबूरिया
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
ये फसले ये दूरिया कैसी हैं ये मजबूरिया
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
जाने क्या है बेबशी
बस न किसीका चले
ओ सदियों से बदले नहीं
कुदरत के है फैसले
क्यों है जुदा दोनों जहा
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
ये फसले ये दूरिया कैसी हैं ये मजबूरिया
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
आँचल में फूल क्या खिले
होठों की हसि खिल गयी
हो कैसे होंगे लो से जुड़ा
शामा ही जलती रहे
तनहा रहे क्यों ये जिस्म जा
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
ये फसले ये दूरिया कैसी है ये मजबूरिया
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
आँखों मैं अगर हो असर
मुमकिन है फिर क्या नहीं
हो चुमे ज़मीन के कदम
ये आसमान भी कही
एक दिन मिले दोनों जहाँ
कैसे कहे कोई यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
ये फसले ये दूरिया कैसी है ये मजबूरिया
मिलके भी क्यों आखिर यहाँ
ज़मीं आसमां नहीं मिलते
ज़मीं आसमां नहीं मिलते