तुम सामने बैठे रहो
पलकें मेरी जम जाएं
तुम सामने बैठे रहो
पलकें मेरी जम जाएं
हसरत है ये घड़ियाँ
जब आएं तो थम जाएं
तुम सामने बैठे रहो
पलकें मेरी जम जाएं
तुमसे ही मोहब्बत है
तुम पर ही अक़ीदत है
ऐ जान-ए-तमन्नाई
ये बात हक़ीक़त है
अब छोटे से इस दिल में
ये छोटी सी हसरत है
तुम सामने बैठे रहो
पलकें मेरी जम जाएं
हसरत है ये घड़ियाँ
जब आएं तो थम जाएं
तुम सामने बैठे रहो
आए न कभी दूरी
कोई न हो मजबूरी
तोहफ़ा है यही मेरा
रहे माँग ये सिन्दूरी
आए न कभी दूरी
कोई न हो मजबूरी
तोहफ़ा है यही मेरा
रहे माँग ये सिन्दूरी
मेरे दिल की दुआ है के
हो आस मेरी पूरी
तुम सामने बैठे रहो
पलकें मेरी जम जाएं
हसरत है ये घड़ियाँ
जब आएं तो थम जाएं
तुम सामने बैठे रहो