शरीफो का ज़माने मे अजी बस हाल वो देखा
की शराफ़त छोड दि मैंने
शराफ़त छोड दि मैंने, शराफ़त छोड दि मैंने
मोहब्बत करने वालो का, यहा अंजाम वो देखा
की मोहब्बत छोड दि मैंने
मोहब्बत छोड दि मैंने, मोहब्बत छोड दि मैंने
शराफ़त छोड दि मैंने
छुडा के हाथ अपनो से चली आई मैं गैरो मे
चली आई मैं गैरो मे
पहन ली घूंघरूओ की फिर वही जंजीर पैरो मे
वही जंजीर पैरो मे
मैं गाऊंगी मैं नाचूंगी, इशारो पे सीतमगारो के
बग़ावत छोड दि मैंने, बग़ावत छोड दि मैंने
शराफ़त छोड दि मैंने
ना हीरा है ना मोती है ना चाँदी है ना सोना है
ना चाँदी है ना सोना है
नही क़ीमत कोई दिल की ये मिट्टी का खिलोना है
ये मिट्टी का खिलोना है
मेरी दीवानगी देखो की कहना मान के इस दिल का
ये दौलत छोड दि मैंने
शराफ़त छोड दि मैंने, शराफ़त छोड दि मैंने
मोहब्बत करने वालो का, यहा अंजाम वो देखा
की मोहब्बत छोड दि मैंने
मोहब्बत छोड दि मैंने, मोहब्बत छोड दि मैंने
शराफ़त छ्चोड़ दी मैने