शम्मा जले या ना जले रौशन है अपना जहाँ
शम्मा जले या ना जले रौशन है अपना जहाँ
गोरे बदन की चाँदनी काम तो नही मेरी जान
मेरी जान मेरी जान मेरी जान शम्मा जले या न जले
रौशन है अपना जहाँ
डाली बदन की प्यासी है मिलन की
दिल मे दबी है आग सी ऐसा ना हो उठने लगे
जलते बदन से धुआँ मेरी जान मेरी जान मेरी जान
शम्मा जले या ना जले रौशन है अपना जहाँ
ओठो से चुरा ले महके से उजाले
हूँ प्यार का दामन सजा साँसे तेरी साँसे मेरी
छेड़े नई दासताँ मेरी जान मेरी जान मेरी जान
शम्मा जले या ना जले रौशन है अपना जहाँ
गोरे बदन की चाँदनी कम तो नही मेरी जान
मेरी जान मेरी जान मेरी जान शम्मा जले या न जले
रौशन है अपना जहाँ
रौशन है अपना जहाँ
रौशन है अपना जहाँ