प्यार की दुल्हन सदा सुहागन
कभी न विधवा होये
जीवन मरण से ऊपर रिश्ता
जनम जनम का होये
प्यार की दुल्हन सदा सुहागन
कभी न विधवा होये
जीवन मरण से ऊपर रिश्ता
जनम जनम का होये
जनम जनम का होये
ओ चैन मेरे दिल के मेरे घर की रौशनी
तेरे तो माँ का दूध के है आखिरी घड़ी
पूछे अगर ज़माना तेरी माँ किधर गयी
कहना के मेरे बाबा से मिलने चली गयी
कहना के मेरे बाबा से मिलने चली गयी
अब न माँ हूँ मैं किसी की न बहु न बेटी
तेरी जोगन हूँ तेरे पास चली आती हूँ
तेरी यादों को लिए साथ चली आती हूँ
तेरी यादों को लिए साथ चली आती हूँ