मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी, बस एक मुसीबत हो गयी
दिल कहता है अब मुझसे, प्रीतम की ज़रूरत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी, बस एक मुसीबत हो गयी
दिल कहता है अब मुझसे, प्रीतम की ज़रूरत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी
मुझे प्यार ने ऐसा लूटा, एक तीर जिगर मे टूटा
बस एक मोहब्बत सच्ची बेदर्द जमाना झूठा
मुझे प्यार ने ऐसा लूटा, एक तीर जिगर मे टूटा
बस एक मोहब्बत सच्ची बेदर्द जमाना झूठा
ये कैसी हालत हो गयी, हो ये कैसी हालत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी, बस एक मुसीबत हो गयी
दिल कहता है अब मुझसे, प्रीतम की ज़रूरत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी
एक आग सी दिल मे भड़के, दिल ज़ोर ज़ोर से धड़के
मुझे छुले सर्द हवाए, मेरा रोम रोम भी फड़के
एक आग सी दिल मे भड़के, दिल ज़ोर ज़ोर से धड़के
मुझे छुले सर्द हवाए, मेरा रोम रोम भी फड़के
ये कैसी आफत हो गयी, हो ये कैसी आफत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी, बस एक मुसीबत हो गयी
दिल कहता है अब मुझसे, प्रीतम की ज़रूरत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी
ना उठते चैन मिले है, ना बैठे चैन मिले है
जब चाँद खिले पूनम का, मेरे दिल का जख्म छिले है
ना उठते चैन मिले है, ना बैठे चैन मिले है
जब चाँद खिले पूनम का, मेरे दिल का जख्म छिले है
ये कैसी कयामत हो गयी, हो ये कैसी कयामत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी, बस एक मुसीबत हो गयी
दिल कहता है अब मुझसे, प्रीतम की ज़रूरत हो गयी
मुझे जबसे मोहब्बत हो गयी