मन रे
तू ही बता क्या गाऊँ
तू ही बता क्या गाऊँ
कह दूँ अपने दिल के दुखड़े
या आंसू पी जाऊं
मन रे
तू ही बता क्या गाऊँ
तू ही बता क्या गाऊँ
जिस ने बरबस बाँध लिया है
इस पिंजरे में क़ैद किया है
जिस ने बरबस बाँध लिया है
इस पिंजरे में क़ैद किया है
कब तक मैं उस पत्थर दिल का
जी बहलाती जाऊं
मन रे
तू ही बता क्या गाऊँ
कह दूँ अपने दिल के दुखड़े
या आंसू पी जाऊं
मन रे
तू ही बता क्या गाऊँ
नींद में जब ये जग सोता है
मैं रोती हूँ
दिल रोता है
नींद में जब ये जग सोता है
मैं रोती हूँ
दिल रोता है
मुख पे झूठी मुस्कानों के
कब तक रंग चढ़ाऊँ
मन रे
तू ही बता क्या गाऊँ
कह दूँ अपने दिल के दुखड़े
या आंसू पी जाऊं
मन रे
तू ही बता क्या गाऊँ
मन रे