मैया मेरे भैया न आये री
काहे मेरे भैया न आये री
के भैया बिना ओ के भैया बिना
मैया मेरी डोली
कौन उठाये री
मैया मेरे भैया न आये री
ऐसे विदा है कहना न कोई
डूब गया दिल आँख यूँ रोई
भुला के भुला के ऐसे बहना को भाई
काहे रुलाये री मैया मेरे भैया न आये री
खोया कहा था दीपक वो तेरा
जिसके बिना घर अंगना अँधेरा
अँधेरे तेरे अँधेरे तेरे
अंगना में दीपक काहे जलाये री
मैया मेरे भैया न आये री