[ Featuring Mohammed Rafi ]
मैं यहाँ तू कहाँ
मेरा दिल तुझे पुकारे
झुकी झुकी है नजर
झूमे झूमे रे जिगर
कोई क्यों हमें पुकारे
मैं यहाँ तू कहाँ
मेरा दिल तुझे पुकारे
झुकी झुकी है नजर
झूमे झूमे रे जिगर
कोई क्यों हमें पुकारे
मैं यहाँ तू कहाँ
खिल रही चांदनी रात है
जैसे चांदी की बरसात है
खिल रही चांदनी रात है
जैसे चांदी की बरसात है
आज कह दो ना दिल खोल के
जो दिल में छुपी बात है
मैं यहाँ तू कहाँ
मेरा दिल तुझे पुकारे
झुकी झुकी है नजर
झूमे झूमे रे जिगर
कोई क्यों हमें पुकारे
मैं यहाँ तू कहाँ
सच कह दू तुम्हे ओ बलम
बिछड़ेंगे नहीं तुम हम
सच कह दू तुम्हे ओ बलम
बिछड़ेंगे नहीं तुम हम
इक पल भी नहीं दूर हो
चाँद तारो की हमको कसम
मैं यहाँ तू कहाँ
मेरा दिल तुझे पुकारे
झुकी झुकी है नजर
झूमे झूमे रे जिगर
कोई क्यों हमें पुकारे
मैं यहाँ तू कहाँ
हा हा हा हा हा हा (हा हा हा हा हा हा)
हो हो हो हो हो हो (हो हो हो हो हो हो)