मैं तो कारे बदरवा से हारी
गरजे तो रात जगाए
बरसे तो आग लगाए
ओ बरसे तो आग लगाए हो
हो मैं तो कारे बदरवा से हारी
गरजे तो रात जगाए
बरसे तो आग लगाए
ओ बरसे तो आग लगाए
हो मैं तो कारे बदरवा से हारी
अगर माँगा कभी तुमसे तो बस इतना ही माँगेंगे
तेरे पहलू मे सोए है तेरे पहलू मे जागेंगे
बादरवा बिजली चमकाए
बरसे तो आग लगाए
ओ बरसे तो आग लगाए
हो मैं तो कारे बदरवा से हारी
नही रूठे नही बाबू तुम्हे पसंद करते है
तुम्हे जब देखना होता है आँखे बंद करते है
बादरवा गिर गिर आए
बरसे तो आग लगाए
ओ बरसे तो आग लगाए हो
हो मैं तो कारे बदरवा से हारी
गरजे तो रात जगाए
बरसे तो आग लगाए
ओ बरसे तो आग लगाए
हो मैं तो कारे बदरवा से हारी