हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो
मैं गाउ तू चुप हो जा
मैं जागु रे तू सो जा
मैं गाउ तू चुप हो जा
मैं जागु रे तू सो जा
धरती की काया सोई
अंबर की माया सोई
झिलमिल तरो के नीचे
सपनो की छाया सोई
मैं ढूंधू रे तू खो जा
मैं जागु रे तू सो जा
हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो
जाने हवाई कहा खोई
सागर की भी लहरे सोई
दुनिया का सब दुखड़ा भर के
तेरी दो अंखिया रे क्यूँ रोई
आँसू के शबनम धो जा
मैं जागु रे तू सो जा
हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो
आँसू तेरे मुझको दे दे
बदले मे मेरी हँसी ले ले
तेरा तो मन सुख से खेले
मेरा हृदय तेरा दुख झेले
नये बीज खुशी के बो जा
मैं जागु रे तू सो जा
हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो