कोई मेरे दिल कोई मेरे दिल में ख़ुशी बनके आया
अंधेरा था घर में रौशनी बनके आया
कोई मेरे दिल में
धड़कता है दिल
जाग उठी हैं उमंगें
धड़कता है दिल
जाग उठी हैं उमंगें
मोहब्बत की वो ज़िंदगी बन के आया
कोई मेरे दिल में
कोई मेरे दिल में ख़ुशी बनके आया
अंधेरा था घर में रौशनी बनके आया
कोई मेरे दिल में
मोहब्बत ने छेड़ा है साज़ दिल का
मोहब्बत ने छेड़ा है साज़ दिल का
वो हर तार की रागिनी बन के आया
वो यु मेरे दिल मैं
कोई मेरे दिल में ख़ुशी बनके आया
अंधेरा था घर में रौशनी बनके आया
कोई मेरे दिल में
समाया था दिल में जो इक दर्द बनकर
समाया था दिल में जो इक दर्द बनकर ओ
वो होँठों पे मेरी हँसी बन के आया
कोई मेरे दिल में कोई मेरे दिल में
ख़ुशी बनके आया
अंधेरा था घर में रौशनी बनके आया
कोई मेरे दिल में