रात ख़ामोशी से आती है चली जाती है
जिंदगी दर्द के साँचे में ढली जाती है
ख़ुशी भी मिली हमको तो गम से भरी
अज़ब है ये किस्मत की जादूगरी
ख़ुशी भी मिली हमको तो गम से भरी
अज़ब है ये किस्मत की जादूगरी
खोई खोई आज कल दिल की हर उमंग है
जाने जिंदगी का ये कैसा रंग है
कभी है अँधेरा कभी रौशनी
ख़ुशी भी मिली हमको तो गम से भरी
अज़ब है ये किस्मत की जादूगरी
हसरते बुझी बुझी हौसले थके थके
मिलके भी कीसी से हम मिल नहीं सके
खिली न बहारों में दिल की कली
ख़ुशी भी मिली हमको तो गम से भरी
अज़ब है ये किस्मत की जादूगरी
प्यार की ख़ुशी हमें मिल सकी न प्यार में
कितने दिन गुजर गए इंतज़ार में
कहानी हमारी अधूरी रही
ख़ुशी भी मिली हमको तो गम से भरी
अज़ब है ये किस्मत की जादूगरी