आ आ आ आ आ आ आ
जिसे तू कबूल कर ले वो अदा कहाँ से लाऊँ
तेरे दिल को जो लुभा ले वो सदा कहाँ से लाऊँ
जिसे तू कबूल कर ले
मैं वो फूल हूँ के जिसको गया हर कोई मसल के
मेरी उम्र बह गई है मेरे आँसुओं में ढल के
मैं वो फूल हूँ के जिसको गया हर कोई मसल के
मेरी उम्र बह गई है मेरे आँसुओं में ढल के
जो बहार बन के बरसे वो घटा कहाँ से लाऊँ
तेरे दिल को जो लुभा ले वो सदा कहाँ से लाऊँ
जिसे तू कबूल कर ले
तुझे और की तमन्ना मुझे तेरी आरज़ू है
तेरे दिल में ग़म ही ग़म है मेरे दिल में तू ही तू है
तुझे और की तमन्ना मुझे तेरी आरज़ू है
तेरे दिल में ग़म ही ग़म है मेरे दिल में तू ही तू है
जो दिलों को चैन दे दे वो दवा कहाँ से लाऊँ
तेरे दिल को जो लुभा ले वो सदा कहाँ से लाऊँ
जिसे तू कबूल कर ले
मेरी बेबसी है ज़ाहिर मेरी आहे बेअसर से
कभी मौत भी जो माँगी तो न पाई उसके दर से
मेरी बेबसी है ज़ाहिर मेरी आहे बेअसर से
कभी मौत भी जो माँगी तो न पाई उसके दर से
जो मुराद ले के आए वो दुआ कहाँ से लाऊँ
तेरे दिल को जो लुभा ले वो सदा कहाँ से लाऊँ
जिसे तू कबूल कर ले