एक पहेली तुमसे पूछूं सोच समझ के बतलाना
पूछो ना पूछो ना
आग लगे जो दरिया में तो मछली जाये कहा
बोलो ना बोलो ना बोलो ना हा हा हा
दरिया को छोड़ के वो पेड़ो पे चढ़ जाये
या तो सारी की सारी खेतों में छुप जाये
अरे वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह
ना धीं धीं धींदा
हो
ना धीं धीं धींदा
एक पहेली तुमसे पूछूं सोच समझ के बतलाना
पूछो ना पूछो ना
सूरज रात को निकले तो चाँद बेचारा जाये कहा
बोलो ना बोलो ना बोलो ना
फ़ौज ले के फिर तारों की चंदा
दोनों कर दे सूरज पे वो हमला
तारों के बम फूटेंगे खूब पटाके छूटेंगे
सूरज घबरा जाएगा चंदा बैंड बजाएगा
डम डड़म डम डम डम डम डड़म डम डम डम डम डम
पं पं पं पं पं पं पं पं पं पं पं पं पं पं पं
एक पहेली तुमसे पूछूं सोच समझ के बतलाना
पूछो ना पूछो ना
सभी सयाने हो जाए तो पागल जाए कहाँ
बोलो ना बोलो ना हम्म बोलो ना