चल दिया दिल मेरा तोड़ के
यूँ अकेला मुझे छोड़ के
याद रखना मगर बेवफ़ा
तुझको भूलेगा न दिल मेरा
सोचती है तमना मेरी
क्यों बसायी थी दुनियाँ मेरी
क्यों बनाया था वो आशियाँ
आज उठता है जिस से धुआँ
दिल न समझे ये तेरी अदा
दिल न समझे ये तेरी अदा
याद रखना मगर बेवफ़ा
तुझको भूलेगा न दिल मेरा
सोचता है ये दिल क्या हुआ
रात पर दिन का धोखा हुआ
फूल ले कर ये काँटे दिये
क्यों सितमगर सितम ये किये
चाहे मुझको तू जितना भुला
चाहे मुझको तू जितना भुला
याद रखना मगर बेवफ़ा
तुझको भूलेगा न दिल मेरा
चल दिया दिल मेरा तोड़ के
यूँ अकेला मुझे छोड़ के
याद रखना मगर बेवफ़ा
तुझको भूलेगा न दिल मेरा
चल दिया दिल मेरा तोड़ के