हो जी हो
बचपन की मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
बचपन की मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
जब याद मेरी आए मिलने की दुआ करना
बचपन की मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
जब याद मेरी आए मिलने की दुआ करना
घर मेरी उम्मीदों का सूना किए जाते हो
हो जी हो
दुनिया ऐ मुहब्बत की लूटे लिए जाते हो
जो ग़म दिए जाते हो उस ग़म की दुआ करना
बचपन की मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
जब याद मेरी आए मिलने की दुआ करना
सावन में पपीहा का सँगीत सुनाऊँगी
हो जी हो
फ़रियाद तुझे अपनी गा-गा कर सुनाऊँगी
आवाज़ मेरी सुन के दिल थाम लिया करना
बचपन की मोहब्बत को दिल से न जुदा करना
जब याद मेरी आए मिलने की दुआ करना