अपने ख्यालों को समझा दीजिए
क्यों रातो को नींद चुराने आते हैं चुराने आते हैं
अपने ख्यालों को समझा दीजिए
क्यों रातो को नींद चुराने आते हैं चुराने आते हैं
आधी आधी रात तलक़ हम
आधी आधी रात तलक़ हम
तारे गिनते रहते हैं
आप हमे सपनो में आकर
आप हमे सपनो में आकर
ऐसी बाते कहते हैं बाते कहते हैं
जिनको सुनते ही दिल के अरमान
शर्मीली दुल्हन की तरह
शरमाते हैं शरमाते हैं
अपने ख्यालों को समझा दीजिए
क्यों रातो को नींद चुराने आते हैं
चुराने आते हैं
देखो जी अनजान घरो में
देखो जी अनजान घरो में
यूँ बस जाना ठीक नही
किसी के दिल में चोरी चोरी
किसी के दिल में चोरी चोरी
प्यार जगाना ठीक नही
प्यार जगाना ठीक नही
आँखों आँखों में
जादू करके हो
आप हमीं से हमको
छीने जाते हैं छीने जाते हैं
अपने ख्यालों को समझा दीजिए
क्यों रातो को नींद चुराने आते हैं चुराने आते हैं