आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया
पे कोई चोर
ओ भाभी आना दीपक जलाना
ओ भाभी आना ज़रा दीपक जलाना
देखो बलम हैं या कोई और
डर गई मैं के मर गई मैं
के आया आया अटरिया पे कोई चोर
ओ भाभी आना दीपक जलाना
ओ भाभी आना ज़रा दीपक जलाना
देखो बलम हैं या कोई और
डर गई मैं रे मर गई मैं
के आया आया अटरिया पे कोई चोर आया आया
मन ऊपर नीचे, खिड़की के पीछे, अँखियों के नीछे
बैठी मैं सोचूँ साँवरी, फिर का करूँ मैं बावरी
बैरी बलम हो तो चुप रहूँ मैं
बैरी बलम हो तो चुप रहूँ मैं
दूजा कोई हो मचा दूँ मैं शोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर आया आया
धोखा खाया है, जी घबराया है, कोई आया है
नैनों में नैन जब गए, अंगना में कंगना बज गए
मैं नाची ऐसे, कठपुतली जैसे
मैं नाची ऐसे, कठपुतली जैसे
ना जाने खींची ये किसने डोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर आया आया
रैना मतवारी, कारी कजरारी, दैया मैं हारी
देता दिखाई कुछ नहीं, छुप ना गया हो वो कहीं
घर में छुपा हो तो जाएगा पकड़ा
घर में छुपा हो तो जाएगा पकड़ा
मन में छुपा तो फिर क्या है ज़ोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया
पे कोई चोर आया अटरिया चोर
आया आया अटरिया पे कोई
डर गई मैं रे मर गई मैं