रोटी हैं आँखें, जलता है दिल यह
जब अपने घर के फेंके दिए से
आँगन पराया जगमगाता है
आदमी मुसाफिर है, आता है जाता है
आते जाते रास्ते में यादें छोड जाता है
आदमी मुसाफिर है, आता है जाता है
आते जाते रास्ते में यादें छोड जाता है
यादें छोड जाता है
यादें छोड जाता है(आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ )