जादू है या है सपना कुच्छ मिल गया है अपना
एहसास यह नया है इसमे भी एक मज़ा है
खोता है या खरा है कुच्छ भी नही च्छूपा है
छाया जुनून कैसा दुनिया लगे अजूबा
गायब होके सब दिखता है में जहाँ भी रहु
कोई ना मुझको देखे में सबको देखु
गायब होके सब दिखता है में जहाँ भी रहु
कोई ना मुझको देखे में सबको देखु
जादू है या सपना कुच्छ मिल गया है अपना
छाया जुनून कैसा दुनिया लगे अजूबा
थोड़ा थोड़ा दर्द भी सहना है पड़ा
रूठा रूठा हर कोई अपना था मेरा
आज बाँहों में आसमान भी है
एक साथी ना हो तो कुच्छ भी नही
वो भी मिल जाए दिल जिसे चाहे
प्यार से हो जाएगी जिंदगी हसीन
हर हाल मे यह होगा वो मेरे पास होगा
छाया जुनून कैसा दुनिया लगे अजूबा
गायब होके सब दिखता है में जहाँ भी रहु
कोई ना मुझको देखे में सब को देखु
गायब होके सब दिखता है में जहाँ भी रहु
कोई ना मुझको देखे में सब को देखु
डरना झुकना ना रहा पहले जैसे
आगे में हू मेरे पीछे है रास्ता
आज हर बाजी मेरे हाथो मे
मुझपे हुवा है मेरा खुदा मेहरबान
कुच्छ भी कर जाऊ में जिधर जाऊ
हू भी नही भी हू में यहाँ से वहाँ
खिड़की हो या झरोका किसने हवा को रोका
छाया जुनून कैसा दुनिया लगे अजूबा
गायब होके सब दिखता है में जहाँ भी रहु
कोई ना मुझको देखे में सबको देखु
गायब होके सब दिखता है में जहाँ भी रहु
कोई ना मुझको देखे मई सबको देखु