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Sheher Mein Gaon Mein Video (MV)




Performed By: Kumar Sanu
Length: 5:13
Written by: Sudarshan Faakir




Kumar Sanu - Sheher Mein Gaon Mein Lyrics
Official




शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
खुद को रोका बहुत फिर भी सोचा बहुत
खुद को रोका बहुत फिर भी सोचा बहुत
ज़िन्दगी कौन हैं बन्दगी कौन हैं
ज़िन्दगी कौन हैं बन्दगी कौन हैं
उफ़ तुम्हारा शबाब दे रहा हैं जवाब
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही

एक शहजादी हैं नाम है शायरी
एक शहजादी हैं नाम है शायरी
इसकी महफ़िल में हैं हर तरफ दिलकशी
शेर सुनते रहे फिर भी उलझे रहे
शायरी कौन हैं दिलकशी कौन हैं
उफ़ तुम्हारा शबाब दे रहा है जवाब
शायरी हो तुम्ही दिलकशी हो तुम्ही
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही
शहर में गाओं में धूप में छाँव में

ओ ओ ओ ओ आ हा आ हा आ हा आ हा

सुबह बेजान हैं रोशनी जब नहीं
सुबह बेजान हैं रोशनी जब नहीं
रात वीरान हैं चांदनी जब नहीं
हमको सब थी खबर दिल ने पूछा मगर
रोशनी कौन हैं चाँदनी कौन हैं
उफ़ तुम्हारा शबाब दे रहा हैं जवाब
रोशनी हो तुम्ही चांदनी हो तुम्ही
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
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शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
खुद को रोका बहुत फिर भी सोचा बहुत
खुद को रोका बहुत फिर भी सोचा बहुत
ज़िन्दगी कौन हैं बन्दगी कौन हैं
ज़िन्दगी कौन हैं बन्दगी कौन हैं
उफ़ तुम्हारा शबाब दे रहा हैं जवाब
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही

एक शहजादी हैं नाम है शायरी
एक शहजादी हैं नाम है शायरी
इसकी महफ़िल में हैं हर तरफ दिलकशी
शेर सुनते रहे फिर भी उलझे रहे
शायरी कौन हैं दिलकशी कौन हैं
उफ़ तुम्हारा शबाब दे रहा है जवाब
शायरी हो तुम्ही दिलकशी हो तुम्ही
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही
शहर में गाओं में धूप में छाँव में

ओ ओ ओ ओ आ हा आ हा आ हा आ हा

सुबह बेजान हैं रोशनी जब नहीं
सुबह बेजान हैं रोशनी जब नहीं
रात वीरान हैं चांदनी जब नहीं
हमको सब थी खबर दिल ने पूछा मगर
रोशनी कौन हैं चाँदनी कौन हैं
उफ़ तुम्हारा शबाब दे रहा हैं जवाब
रोशनी हो तुम्ही चांदनी हो तुम्ही
ज़िन्दगी हो तुम्ही बंदगी हो तुम्ही
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
शहर में गाओं में धूप में छाँव में
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Writer: Sudarshan Faakir
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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