ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं
कुछ अपने बारे में समझाने आया हूं
ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं
ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं
कुछ अपने बारे में समझाने आया हूं
में हू परदेसी नोजवां दिल मे रहने आया हूं
दिल मे रहने आया हूं
ओ यारों माफ़ करना कुछ केहने आया हूं
कुछ अपने बारे में समझाने आया हूं
में हू परदेसी नोजवां दिल मे रहने आया हूं
दिल मे रहने आया हूं
मेरे एहले वतन ओ तेरा क्या कहना
नसरी ना समन ओ तेरा क्या कहना
खुशबु आए चमन तेरा क्या कहना
मेरी गंगो जामुन तेरा क्या कहना
क्या अब भी वाहा खलिहानो मे
सब नीम के नीचे सोते है
क्या अब भी वाहा बचपन वाले
वो खेल सुहाने होते है
क्या अब भी वाहा राजा रानी के
किससे दादी सुनती है
क्या अब भी वाहा पर बचो को
मा लोरी गाके सुनती है
क्या अब भी वाहा बैसाखी पर
सब झूम के भांगड़ा पाते है (होय होय)
क्या अब भी वाहा बारतो मे
सब ताशे ढोल बजांदे है (होय होय)
क्या अब भी वाहा के गाओ मे
मिलती है मक् के की रोटी (होय होय)
क्या अब भी वाहा के मेलो मे
उड़ती है हसीनो की चोटी
तेरे देश की मिट्टी की
वो ही खुशबू लाया हू
वो ही खुशबू लाया हू
ओ यारो माफ़ करना कुछ कहने आया हू
कुछ अपने बारे मे समझने आया हू