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Kumar Sanu - Masoom Chehra [Male] Lyrics



Kumar Sanu - Masoom Chehra [Male] Lyrics
Official




मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
मिले दोस्त जिसको यहाँ तेरे जैसा
मिले दोस्त जिसको यहाँ तेरे जैसा
उसे दुश्मनों की ज़रुरत है क्या है
मासूम चेहरा
ओ ओ ओ ओ
निगाहें फरेबी
ओ ओ ओ ओ
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है

ओ ओ ओ ओ ओ ओ
दिल तोड़ दिया
क्यो इतना बता दे
फिर बाद में बेवफा जो चाहे मुझको सजा दे
दिल तोड़ दिया
क्यो इतना बता दे
फिर बाद में बेवफा जो चाहे मुझको सजा दे
तेरी बेरुखी से परेशान हूँ में
तेरी बेरुखी से परेशान हूँ में
न आये समझ में यह क्या माजरा है
मासूम चेहरा
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
निगाहें फरेबी
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है

ओ ओ ओ ओ ओ ओ

जो भरता नहीं वह ज़ख्म दिया है
मुझको नहीं प्यार को
जो भरता नहीं वह ज़ख्म दिया है
जो भरता नहीं वह ज़ख्म दिया है
मुझको नहीं प्यार को
बदनाम तुने किया हे
जिसे मैंने पूजा मसीहा बना के
जिसे मैंने पूजा मसीहा बना के
न था यह पता पत्थरो का बना है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
हा मिले दोस्त जिसको यहाँ तेरे जैसा
उसे दुश्मनों की ज़रुरत है क्या है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
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मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
मिले दोस्त जिसको यहाँ तेरे जैसा
मिले दोस्त जिसको यहाँ तेरे जैसा
उसे दुश्मनों की ज़रुरत है क्या है
मासूम चेहरा
ओ ओ ओ ओ
निगाहें फरेबी
ओ ओ ओ ओ
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है

ओ ओ ओ ओ ओ ओ
दिल तोड़ दिया
क्यो इतना बता दे
फिर बाद में बेवफा जो चाहे मुझको सजा दे
दिल तोड़ दिया
क्यो इतना बता दे
फिर बाद में बेवफा जो चाहे मुझको सजा दे
तेरी बेरुखी से परेशान हूँ में
तेरी बेरुखी से परेशान हूँ में
न आये समझ में यह क्या माजरा है
मासूम चेहरा
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
निगाहें फरेबी
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है

ओ ओ ओ ओ ओ ओ

जो भरता नहीं वह ज़ख्म दिया है
मुझको नहीं प्यार को
जो भरता नहीं वह ज़ख्म दिया है
जो भरता नहीं वह ज़ख्म दिया है
मुझको नहीं प्यार को
बदनाम तुने किया हे
जिसे मैंने पूजा मसीहा बना के
जिसे मैंने पूजा मसीहा बना के
न था यह पता पत्थरो का बना है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
हा मिले दोस्त जिसको यहाँ तेरे जैसा
उसे दुश्मनों की ज़रुरत है क्या है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसी और दिल में दग़ा है
[ Correct these Lyrics ]
Writer: SAMEER, SANJEEV DARSHAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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Kumar Sanu - Masoom Chehra [Male] Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Kumar Sanu
Length: 4:57
Written by: SAMEER, SANJEEV DARSHAN

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