एक था दिल एक थी धड़कन
ये किनारा वो लहर
एक था दिल एक थी धड़कन
ये किनारा वो लहर
ये सवेरा प्यार का था
हुस्न की ये दोपहर
हन तुमने कभी क्या है सुनी
उन दोनो की दासता
एक था दिल एक थी धड़कन
ये किनारा वो लहर
ये सवेरा प्यार का था
हुस्न की ये दोपहर
हन तुमने कभी क्या है सुनी
उन दोनो की दासता
गम के नगर में खो गया जीवन
टूट गया दिल दुबई ये धड़कन
सागर से भी ज़्यादा गहरी
थी उनकी तनहाइया
मारना है आसान जीना है मुश्किल
पा के भी जैसे पाई ना मज़िल
समझाओ क्या कैसे लूटा
ख्वाबो का वो कारवा
एक था दिल एक थी धड़कन
ये किनारा वो लहर
ये सवेरा प्यार का था
हुस्न की वो दोपहर
हन तुमने कभी क्या है सुनी
उन दोनो की दासता.