उपर वाले तेरी दुहाई
कैसी घडी ये आज है आई
क्या राखी की लाज़ निभाई
हथकड़ी बहना को पहनाई
मालिक मेरी भूल है क्या
मालिक मेरी भूल है क्या बोलो ना
दिल से तेरी याद ना जाए
सुबह रुलाए शाम रुलाए
दर्द ये दिल का किसको बताऊँ
घुट घुट के मैं मर ना जाऊँ
कोई यहा दर्द मेरा
कोई यहा दर्द मेरा जाने ना