का करूँ सजनी आये ना बालम
का करूँ सजनी आये ना बालम
खोज रही है पिया परदेसी अँखियाँ
खोज रही है पिया परदेसी अँखियाँ
आये ना बालम का करूँ सजनी
आये ना बालम
जब भी कोई आहट होवे
मनवा मोरा भागे
देखो कहीं टूटे नहीं
प्रेम के ये धागे
है मतवारी प्रीत हमारी
छुपे ना छुपाये
छुपे ना छुपाये
सावन हो तुम मैं हूँ तोरी बदरिया
आये ना बालम
का करूँ सजनी आये ना बालम
ओ भोर भयी और सांझ ढली रे
समय ने ली अंगड़ाई
ये जग सारा नींद से हारा
मोहे नींद ना आयी
हो मैं घबराऊँ डर डर जाऊं
आये वो ना आये आये वो ना आये
राधा बुलाये कहाँ
खोए हो कन्हैया
आये ना बालम
का करूँ सजनी आये ना बालम