[ Featuring Asha Bhosle ]
हम्म हम्म
हम्म हम्म
सोचा था मैने तो ए जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी
पर कुछ ना तुझे दे सका
एक मजबूर दिल के सिवा
हम्म हम्म
हम्म हम्म
सोचा था मैने तो ए जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी
पर कुछ ना तुझे दे सका
एक मजबूर दिल के सिवा
हम्म हम्म
हम्म हम्म
तड़पे दिल पलको के पिछे
कितने महल ख्वाबों के लिए
तड़पे दिल पलको के पिछे
कितने महल ख्वाबों के लिए
खुलते कभी तो महलो के दर
जलते कभी अरमान के दिए
तू हसती एक गुल की तरह
मैं गाता बुलबुल की तरह
हम्म हम्म
हम्म हम्म
सोचा था मैने तो ए जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी ओ
कब चाहा परबत बन जाना
देता है जो सदियो का पता
कब चाहा परबत बन जाना
देता है जो सदियो का पता
चाहु बस एक पल का तराना
बनके किसी गुंचे की सदा
हिल जाता इक पल ही सही
धूल का फिर आँचल ही सही
हम्म हम्म
हम्म हम्म
सोचा था मैने तो ए जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी ओ
फिर भी इस जलते सिने मे
अब तो यहीं अरमान पले
फिर भी इस जलते सिने मे
अब तो यहीं अरमान पले
चाँदी के सोने के खजाने
रख दु तेरे कदमो के तले
उठता है तूफान उठे
लूटती है तो जान लूटे
हम्म हम्म
हम्म हम्म
आह ओ जानेमन
तू अकेला नहीं मैं तेरे साथ हूँ
और सिर्फ तेरे साथ
हम्म हम्म (हम्म हम्म)
हम्म हम्म (हम्म हम्म)
हम्म हम्म (हम्म हम्म)
हम्म हम्म (हम्म हम्म)
हम्म हम्म (हम्म हम्म)