राजू चल राजू
राजू चल राजू
अपनी मस्ती में तू
कोई जीए या मरे
क्या हम को बाबू
राजू चल राजू
अपनी मस्ती में तू
कोई जीए या मरे
क्या हम को बाबू
माना के हंसीं है दुनिया के ये मेले
अब तो हम रहेंगे मेले में अकेले
माना के हंसीं है दुनिया के ये मेले
अब तो हम रहेंगे मेले में अकेले
जब तक न हो जाये अपना दिल बेकाबू
राजू चल राजू
राजू चल राजू
अपनी मस्ती में तू
कोई जीए या मरे
क्या हम को बाबू
जग में जो बुरा है हम देखे न सुने
काँटों को हटाके फूलों को हम चुने
जग में जो बुरा है हम देखे न सुने
काँटों को हटाके फूलों को हम चुने
सब दुनिया बेगानी दो अपने मैं और तू
राजू चल राजू
राजू चल राजू
अपनी मस्ती में तू
कोई जीए या मरे
क्या हम को बाबू
परियां ये कहाँ से चली आयी गाँव में
आये नींद हाय ज़ुल्फ़ों की छाव में
परियां ये कहाँ से चली आयी गाँव में
आये नींद हाय ज़ुल्फ़ों की छाव में
हम पे न चल जाए इन जुल्फों का जादू
राजू चल राजू
राजू चल राजू
अपनी मस्ती में तू
कोई जीए या मरे
क्या हम को बाबू