ख़ुशी दो घडी की मिले न मिले
ख़ुशी दो घडी की मिले न मिले
शमा आरज़ू की जले न जले
ख़ुशी दो घडी की मिले न मिले
हो रहगुज़र में कई मंज़िले भी मिली
रहगुज़र में कई मंज़िले भी मिली
देख कर एक पल दम लिया फिर चले ख़ुशी
हो हर कदम पर नए मरहले थे खड़े
हर कदम पर नए मरहले थे खड़े
हम चले दिल चला दिल चला हम चले
ख़ुशी दो घडी की मिले न मिले
शमा आरज़ू की जले न जले ख़ुशी