[ Featuring ]
अरे जान मेरी रूठ गयी
जाने क्यों हमसे
आफ़त में
आफ़त में पड़ गयी जान
हो हो जान मेरी रूठ गयी
जाने क्यों हमसे
आफ़त में हे
आफ़त में पड़ गयी जान
अरे लाख कहूँ एक नही माने कसम से
आफ़त में हाय
आफ़त में पड़ गयी जान
हो हो जान मेरी रूठ गयी रे
हो हो हो हो
बन जाो शोला या चिंगारी
छोडूं नही मैं बाह तुम्हारी
या ये तमाशा देखेगी दुनिया
या फिर मानो बात हमारी
लड़ना भी है तुमसे सनम
मिलना भी तुमसे
आफ़त में हे हे
आफ़त में पड़ गयी जान
हो हो जान मेरी रूठ गयी रे
नाक पे गुस्सा आँखों में मस्ती
थोड़ी गरज़ती थोड़ी बरसती
नाक पे गुस्सा आँखों में मस्ती
थोड़ी गरज़ती थोड़ी बरसती
चूम ना ले कोई ऐसी अदा के
होठों से चुप है आँखों से हसती
पीछे ही पड़जाए बचो
पीछे ही पड़जाए बचो
ऐसे सनम से
आफ़त में
आफ़त में पड़ गयी जान हो हो
लाख कहूँ एक नही माने कसम से(लाख कहूँ एक नही माने कसम से)
आफ़त में हे हे(आफ़त में)
आफ़त में पड़ गयी जान(आफ़त में पड़ गयी जान)
हो हो जान मेरी मान गयी मान गयी जानू
आफ़त से होय होय
आफ़त से बच गयी जान
हो हो जान मेरी मान गयी रे