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Har Koi Chahta Hai Video (MV)




Performed By: Kishore Kumar
Length: 6:25
Written by: INDEEWAR, MADAN MOHAN




Kishore Kumar - Har Koi Chahta Hai Lyrics
Official




हम्म हम्म
हम्म हम्म
हम्म हम्म

हर कोई चाहता है
इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

चाँद सितारो का मेला है
यह दिल फिर भी अकेला है
चाँद सितारो का मेला है
यह दिल फिर भी अकेला है
महफ़िल मे है शहनाई
फिर भी दिल मे है तनहाई
है सांसो मे जैसे कई तूफान
हर कोई
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

मिलता नही क्या यहा मेरे दिल
फिर क्यों ना मिले गीतो की मंज़िल
चलते जाना यू ही रहो मे
भर ही लगा कोई बाहों में
हमेशा रहेगा ना दिल वीरान
हर कोई
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

मुझको जीने का कोई सहारा मिला
गम के तूफान मे कोई किनारा मिला
सुनी सुनी थी जो राहें
बन गयी प्यार की बाहें
लो खुशियो से मेरी हुई पहचान
हर कोई
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है
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हम्म हम्म
हम्म हम्म
हम्म हम्म

हर कोई चाहता है
इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

चाँद सितारो का मेला है
यह दिल फिर भी अकेला है
चाँद सितारो का मेला है
यह दिल फिर भी अकेला है
महफ़िल मे है शहनाई
फिर भी दिल मे है तनहाई
है सांसो मे जैसे कई तूफान
हर कोई
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

मिलता नही क्या यहा मेरे दिल
फिर क्यों ना मिले गीतो की मंज़िल
चलते जाना यू ही रहो मे
भर ही लगा कोई बाहों में
हमेशा रहेगा ना दिल वीरान
हर कोई
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान

मुझको जीने का कोई सहारा मिला
गम के तूफान मे कोई किनारा मिला
सुनी सुनी थी जो राहें
बन गयी प्यार की बाहें
लो खुशियो से मेरी हुई पहचान
हर कोई
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूंढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सिने से लगाले हो ऐसा इक जहाँ
हर कोई चाहता है
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Writer: INDEEWAR, MADAN MOHAN
Copyright: Lyrics © Royalty Network


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