हम्म हम्म हम्म हूँ
हम अपनी वफ़ा याद दिला भी नहीं सकते
उस भूलने वाले को भुला भी नहीं सकते
हम अपनी वफ़ा याद दिला भी नहीं सकते
उस भूलने वाले को भुला भी नहीं सकते
आ आ आ आ
बहता हुआ हर अश्क ये कहता है ना जाओ
बहता हुआ हर अश्क ये कहता है ना जाओ
ख़ामोश निगाहों की कसम लौट भी आओ
हम अपनी जुबाँ से तो बुला भी नहीं सकते
उस भूलने वाले को भुला भी नहीं सकते
दिल जलता है चुपचाप, ना शोला ना धुआं है
दिल जलता है चुपचाप, ना शोला ना धुआं है
है दर्द मगर किसको बताएं कि कहाँ है
ये जख़्म मोहब्बत है, दिखा भी नहीं सकते
उस भूलने वाले को भुला भी नहीं सकते
हम अपनी वफ़ा याद दिला भी नहीं सकते
उस भूलने वाले को भुला भी नहीं सकते