मेरी जिंदगी का मिटा निशां
मेरी जिंदगी का मिटा निशां
के जमीं पे आया आसमां, के जमीं पे आया आसमां
जो गले लगा ले मौत अब, तो हो ख़त्म सादी दास्तां
मेरी जिंदगी का मिटा निशां
क्यों वफ़ा की राह में ऐ सनम मेरे लड़खड़ा गए कदम
क्यों वफ़ा की राह में ऐ सनम मेरे लड़खड़ा गए कदम
जो तड़प तड़प के निकले दम ये सजा भी मेरे लिए हैं कम
मैं थी जिस के दिल की धड़कने
मैं थी जिस के दिल की धड़कने, हैं उसी से कितनी दुरियाँ
जो गले लगा ले मौत अब, तो हो ख़त्म सादी दास्तां
मेरी जिंदगी का मिटा निशां
वो हसींन बाग़ उजड़ गया के नसीब मेरा बिगड़ गया
वो हसींन बाग़ उजड़ गया के नसीब मेरा बिगड़ गया
थी अजीज़ जिसको मैं जान से वो खुदाई इश्क से बिछड़ गया
उठी ग़म की ऐसी आंधियाँ, उठी ग़म की ऐसी आंधियाँ
के बिखर गया मेरा आशियाँ
जो गले लगा ले मौत अब, तो हो ख़त्म सादी दास्तां
मेरी जिंदगी का मिटा निशां
मेरी जिंदगी का मिटा निशां
मेरी जिंदगी का मिटा निशां