तू नहीं तो ये रुत ये हवा क्या करूँ, क्या करूँ
दूर तुझ से मैं रह के बता क्या करूँ, क्या करूँ
सूना सूना है जहाँ अब जाऊँ मैं कहाँ
बस इतना मुझे समझा जा
भीगा भीगा है समा
ऐसे में है तू कहाँ
मेरा दिल ये पुकारे आजा
मेरे ग़म के सहारे आ जा
भीगा भीगा है समा
ऐसे में है तू कहाँ
मेरा दिल ये पुकारे आजा