क्यूँ जागे मेरे मनवा तू
सो जा रे मेरे मनवा तू
इस जग में तेरा कोई
ठिकाना नही
क्यूँ खोया खोया है तू
क्यूँ गुम सूम सहमा सा
इस जहाँ मे कोई मका
ना तेरे लिए
ढूँढे यहा
क्यू तू घरोंदा
इस जहाँ मे
जहा जहा तेरा ना कोई
कदरदान
यहा तेरा ना कोई हमनवा
सुनमेरे मनवा
तू ही बता
यहा तेरा वजूद है क्या
भरे बाजार की इस भीड़ में
तू है पर है तन्हा
सुन मेरे मनवा
तू थम जा ज़रा
है ख्वाबों में भी
एक जहाँ
थम जा रे मनवा
ज़रा थम जा रे मनवा
ख्वाबों का वो जहाँ
पुकारे मनवा
थम जा रे मनवा
ज़रा थम जा रे मनवा
ख्वाबों का वो जहाँ
पुकारे मनवा
उस दुनियाँ मे जागेगा तू
जहाँ पिर फकीर भी बस्ते हैं
ना रोक वहा
ना टोक वहा
वहा मस्त मलॅंग ही बस्ते हैं
दीवार ना कोई मंदिर की
मस्जिद की भी कोई हद ना ह
दर खुले हैं मह खानो के वाहा
आज़ाद परिंदे उड़ते है आज़ाद परिंदे उड़ते है
जो तू बक्षिश माँगे अल्लाह से
वो राम नाम से भी मिलती है
जो सुख तू माँगे रामसे ही
वो अल्लाह भी दे देता है
वो महफ़िल है दीवानो की
दीवाना ना तू बन जाएगा
अपनी ही धुन पे नाचेगा
अपनी ही धुन तू गाएगा
हा आ आ आ आ
थम जा रे मनवा
ज़रा थम जा रे मनवा
ख्वाबों का वो जहाँ
पुकारे मनवा
थम जा रे मनवा
ज़रा थम जा रे मनवा
ख्वाबों का वो जहाँ
पुकारे मनवा ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
हा आ आ आ आ क्यूँ खोया खोया है तू
क्यूँ जागे मेरे मनवा तू
सो जा रे मेरे मनवा तू
सो जा मेरे मनवा तू
के आँख तेरी भी खुल्ल जाए