जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
तेरे दामन में मेरे वासते क्या कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
मेरे इन हाथों की चाहो तो तलाशी ले लो
मेरे इन हाथों की चाहो तो तलाशी ले लो
मेरे हाथों में लकीरों के सिवा कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
हमने देखा है कई ऐसे खुदाओं को यहाँ
हमने देखा है कई ऐसे खुदाओं को यहाँ
सामने जिनके वो सचमुच का खुदा कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
या खुद़ा अब के ये किस रंग में आई है बहार
या खुद़ा अब के ये किस रंग में आई है बहार
ज़र्द ही ज़र्द है पेड़ों पे हरा कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
दिल भी एक ज़िद पे अड़ा है किसी बच्चे की तरह
दिल भी एक ज़िद पे अड़ा है किसी बच्चे की तरह
या तो सब कुछ ही इसे चाहिये या कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं
तेरे दामन में मेरे वासते क्या कुछ भी नहीं
जिंदगी तूने लहू लेके दिया कुछ भी नहीं