सदमा तो है मुझे भी के
तुझसे जुदा हूँ मैं
सदमा तो है मुझे भी के
तुझसे जुदा हूँ मैं
लेकिन ये सोचता हूँ के
अब तेरा क्या हूँ मै
सदमा तो है मुझे भी के
तुझसे जुदा हूँ मैं
बिखरा पड़ा है तेरे ही घर
में तेरा वजूद
बिखरा पड़ा है तेरे ही घर
में तेरा वजूद
बेकार महफिलों में
तुझे ढूँडता हूँ मैं
बेकार महफिलों में
तुझे ढूँडता हूँ मैं
क्या जाने किस अदा से लिया
तूने मेरा नाम
क्या जाने किस अदा से लिया
तूने मेरा नाम
दुनिया समझ रही है के सब
कुछ तेरा हूँ मैं
लेकिन ये सोचता हूँ के
अब तेरा क्या हूँ मै
सदमा तो है मुझे भी के
तुझसे जुदा हूँ मैं
ले मेरे तजुर्बों से
सबक़ ऐ मेरे रक़ीब
ले मेरे तजुर्बों से
सबक़ ऐ मेरे रक़ीब
दो चार साल उम्र में
तुझसे बड़ा हूँ मैं
लेकिन ये सोचता हूँ के
अब तेरा क्या हूँ मै
सदमा तो है मुझे भी के
तुझसे जुदा हूँ मैं