[ Featuring Chitra Singh ]
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
खिलखिलाते हुए अपना दामन उठाते हुए
बच्चों के पाँव की धूल का कारवाँ
गाँव की हर गली अपने पैरों की ज़ंजीर है
गाँव का हर मकान अपने रस्ते की दीवार है
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
एक अँगोछा लपेटे हुए वक़्त बैठा है दहलीज़ पर (हम्म हम्म हम्म हम्म)
बांस के झुण्ड़ से बचके चलती रहगुज़र (हम्म हम्म हम्म हम्म)
पोखरी के किनारे पर बैठी वज़ू करती
मस्जि़द की एक मीनार पर
कब की अटकी हुई इक अज़ान
जिसका सन्नाटा तलवार की धार है
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है
आ आ आ आ आ आ (आ आ आ आ आ आ)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
मैं भी बरगद के साये में बैठी हुई
अपनी यादों की परछाईयाँ बेच लू
मेरे लफ्ज़ों में है उस नीदासी कहानी का रस
जिसपे चलता न था कच्चे आँगन का बस
निमकियों के कड़े सख़्त लड़े
जो न जाने थे किसके लिए
आज भी किस कदर याद है
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है)
नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है,नींद (नींद के गाँव में आज यादों का बाज़ार है, नींद)