हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख से लम्हे नहीं तोड़ा करते
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
जिसकी आवाज़ में सिलवट हो निगाहों में शिकन
जिसकी आवाज़ में सिलवट हो निगाहों में शिकन
ऐसी तस्वीर के टुकड़े नहीं जोड़ा करते
ऐसी तस्वीर के टुकड़े नहीं जोड़ा करते
शहद जीने का मिला करता है थोड़ा थोड़ा
शहद जीने का मिला करता है थोड़ा थोड़ा
जानेवालों के लिए दिल नहीं थोड़ा करते
जानेवालों के लिए दिल नहीं थोड़ा करते
लगके साहिल से जो बहता है उसे बहने दो
लगके साहिल से जो बहता है उसे बहने दो
ऐसे दरिया का कभी रुख़ नहीं मोड़ा करते
ऐसे दरिया का कभी रुख़ नहीं मोड़ा करते
वक़्त की शाख से लम्हे नहीं तोड़ा करते
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते