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Jagjit Singh - Dhoop Main Niklo Ghataon Mein Nakakar Dekho Lyrics



Jagjit Singh - Dhoop Main Niklo Ghataon Mein Nakakar Dekho Lyrics
Official




धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो
धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो

वो सितारा चमकने दो यूँही आँखों में
वो सितारा चमकने दो यूँही आँखों में
क्या ज़रूरी है उसे जिस्म बनाकर देखो
क्या ज़रूरी है उसे जिस्म बनाकर देखो

पत्थरों में भी ज़ुबां होती है दिल होता है
पत्थरों में भी ज़ुबां होती है दिल होता है
अपने घर के दर ओ दीवार सजाकर देखो
अपने घर के दर ओ दीवार सजाकर देखो

फ़ासिला नज़रों का धोखा भी तो हो सकता है
फ़ासिला नज़रों का धोखा भी तो हो सकता है
वो मिले या ना मिले हाथ बढ़ाकर देखो
वो मिले या ना मिले हाथ बढ़ाकर देखो
धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो
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धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो
धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो

वो सितारा चमकने दो यूँही आँखों में
वो सितारा चमकने दो यूँही आँखों में
क्या ज़रूरी है उसे जिस्म बनाकर देखो
क्या ज़रूरी है उसे जिस्म बनाकर देखो

पत्थरों में भी ज़ुबां होती है दिल होता है
पत्थरों में भी ज़ुबां होती है दिल होता है
अपने घर के दर ओ दीवार सजाकर देखो
अपने घर के दर ओ दीवार सजाकर देखो

फ़ासिला नज़रों का धोखा भी तो हो सकता है
फ़ासिला नज़रों का धोखा भी तो हो सकता है
वो मिले या ना मिले हाथ बढ़ाकर देखो
वो मिले या ना मिले हाथ बढ़ाकर देखो
धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो
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Writer: JAGJIT SINGH, NIDA FAZLI
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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