दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
दोस्ती दुश्मनी न हो जाए
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
तुम मेरी दोस्ती का दम न भरो
तुम मेरी दोस्ती का दम न भरो
आसमाँ मुद्दई न हो जाए
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
बैठता है हमेशा रिन्दों में
बैठता है हमेशा रिन्दों में
कहीं ज़ाहिद, वली न हो जाए
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
अपनी ख़ू-ए-वफ़ा से डरता हूँ
अपनी ख़ू-ए-वफ़ा से डरता हूँ
आशिक़ी बंदगी न हो जाए
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए
दोस्ती दुश्मनी न हो जाए
दर्द-ए-दिल में कमी न हो जाए