Back to Top

Jagjit Singh - Ankhiyan Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics



Jagjit Singh - Ankhiyan Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics
Official




दे दे दे दे
दे न न
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
देखयो चाहत कमल नयन को
देखयो चाहत कमल नयन को
निसदीन रहेत उदासी
निसदीन रहेत उदासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी

केसर तिलक मोतिन की माला
वृंदावन के वासी

केसर तिलक मोतिन की माला
वृंदावन के वासी
नेह लगाए त्याग गये त्रिन्सम
नेह लगाए त्याग गये त्रिन्सम
डाल गये गाल फाँसी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी

काहु के मन की को जानत
लोगन के मन हासी

काहु के मन की को जानत
लोगन के मन हासी
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
लेहो करवट काशी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
देखयो चाहत कमल नयन को
देखयो चाहत कमल नयन को
निसदीन रहेत उदासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




दे दे दे दे
दे न न
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
देखयो चाहत कमल नयन को
देखयो चाहत कमल नयन को
निसदीन रहेत उदासी
निसदीन रहेत उदासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी

केसर तिलक मोतिन की माला
वृंदावन के वासी

केसर तिलक मोतिन की माला
वृंदावन के वासी
नेह लगाए त्याग गये त्रिन्सम
नेह लगाए त्याग गये त्रिन्सम
डाल गये गाल फाँसी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी

काहु के मन की को जानत
लोगन के मन हासी

काहु के मन की को जानत
लोगन के मन हासी
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
लेहो करवट काशी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
देखयो चाहत कमल नयन को
देखयो चाहत कमल नयन को
निसदीन रहेत उदासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Traditional
Copyright: Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Ankhiyan Hari Darshan Ki Pyasi Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Jagjit Singh
Length: 5:41
Written by: Traditional

Tags:
No tags yet