Back to Top

Agar Hum Kahen Aur Woh Muskura Den Video (MV)






Jagjit Singh - Agar Hum Kahen Aur Woh Muskura Den Lyrics
Official




[ Featuring Chitra Singh ]

अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
हम उनके लिए ज़िंदगानी लुटा दें

हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें

अगर ख़ुद को भूले तो, कुछ भी न भूले
अगर ख़ुद को भूले तो, कुछ भी न भूले
कि चाहत में उनकी, ख़ुदा को भुला दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें

कभी ग़म की आँधी, जिन्हें छू न पाए
कभी ग़म की आँधी, जिन्हें छू न पाए
वफ़ाओं के हम, वो नशेमन बना दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें

क़यामत के दीवाने कहते हैं हमसे
क़यामत के दीवाने कहते हैं हमसे
शलो उनके चहरे से पर्दा हटा दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें

सज़ा दें, सिला दें, बना दें, मिटा दें
सज़ा दें, सिला दें, बना दें, मिटा दें
मगर वो कोई फ़ैसला तो सुना दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें

अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
हम उनके लिए ज़िंदगानी लुटा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
हम उनके लिए ज़िंदगानी लुटा दें

हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें

अगर ख़ुद को भूले तो, कुछ भी न भूले
अगर ख़ुद को भूले तो, कुछ भी न भूले
कि चाहत में उनकी, ख़ुदा को भुला दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें

कभी ग़म की आँधी, जिन्हें छू न पाए
कभी ग़म की आँधी, जिन्हें छू न पाए
वफ़ाओं के हम, वो नशेमन बना दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें

क़यामत के दीवाने कहते हैं हमसे
क़यामत के दीवाने कहते हैं हमसे
शलो उनके चहरे से पर्दा हटा दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें

सज़ा दें, सिला दें, बना दें, मिटा दें
सज़ा दें, सिला दें, बना दें, मिटा दें
मगर वो कोई फ़ैसला तो सुना दें
हर एक मोड़ पर हम ग़मों को सज़ा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें

अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
हम उनके लिए ज़िंदगानी लुटा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
चलो ज़िंदगी को मोहब्बत बना दें
अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें
[ Correct these Lyrics ]
Writer: DHIMAN JAGJIT SINGH, SUDARSHAN FAAKIR
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Jagjit Singh

Tags:
No tags yet