Back to Top

Jagjit Singh - Ae Watan Mere Watan Lyrics



Jagjit Singh - Ae Watan Mere Watan Lyrics
Official




ऐ वतन मेरे वतन रूह-ए-रवानी अहरार
ऐ के ज़र्रों में तेरे बू-ए-चमन रंग-ए-बहार
रेज़-ए-अल्मास के तेरे ख़स-ओ-ख़ाशाक़ में हैं
हड्डीयाँ अपने बुज़ुर्गों की तेरी ख़ाक में हैं
तुझ से मुँह मोड़ के मुँह अपना दिखाएँगे कहाँ
घर जो छोड़ेंगे तो फिर छाँव निछाएँगे कहाँ
ऐ वतन मेरे वतन, ऐ वतन मेरे वतन
बज़्म-ए-अग़यार में आराम ये पायेंगे कहाँ
तुझसे हम रूठ के जायें भी जायेंगे कहाँ
तुझसे हम रूठ के जायें भी जायेंगे कहाँ
तुझसे हम रूठ के जायें भी जायेंगे कहाँ
ऐ वतन मेरे वतन, ऐ वतन मेरे वतन
ऐ वतन मेरे वतन, ऐ वतन मेरे वतन
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




ऐ वतन मेरे वतन रूह-ए-रवानी अहरार
ऐ के ज़र्रों में तेरे बू-ए-चमन रंग-ए-बहार
रेज़-ए-अल्मास के तेरे ख़स-ओ-ख़ाशाक़ में हैं
हड्डीयाँ अपने बुज़ुर्गों की तेरी ख़ाक में हैं
तुझ से मुँह मोड़ के मुँह अपना दिखाएँगे कहाँ
घर जो छोड़ेंगे तो फिर छाँव निछाएँगे कहाँ
ऐ वतन मेरे वतन, ऐ वतन मेरे वतन
बज़्म-ए-अग़यार में आराम ये पायेंगे कहाँ
तुझसे हम रूठ के जायें भी जायेंगे कहाँ
तुझसे हम रूठ के जायें भी जायेंगे कहाँ
तुझसे हम रूठ के जायें भी जायेंगे कहाँ
ऐ वतन मेरे वतन, ऐ वतन मेरे वतन
ऐ वतन मेरे वतन, ऐ वतन मेरे वतन
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Jagjit Singh, Josh Malihabadi
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Jagjit Singh



Jagjit Singh - Ae Watan Mere Watan Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet