आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखें सुर्ख़ थी, हाथ पीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
कब की पत्थर हो चुकी थी, मुंतज़िर आँखें मगर
कब की पत्थर हो चुकी थी, मुंतज़िर आँखें मगर
छूके जब देखा तो मेरे हाथ गीले हो गए
छूके जब देखा तो मेरे हाथ गीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
जाने क्या एहसास साज़-ए-हुस्न के तारों में है
जाने क्या एहसास साज़-ए-हुस्न के तारों में है
जिनको छूते ही मेरे नग़मे रसीले हो गए
जिनको छूते ही मेरे नग़मे रसीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
अब कोई उम्मीद है शाहिद, न कोई आरज़ू
अब कोई उम्मीद है शाहिद, न कोई आरज़ू
आसरे टूटे तो जीने के वसीले हो गए
आसरे टूटे तो जीने के वसीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखें सुर्ख़ थी, हाथ पीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
म्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म